Friday, August 1, 2008

वाहन दुर्घटनांए इस बार बेतहाशा 640 लोगों ने जहां अपनी जान गंवाई

राजेन्द्र जोशी
देहरादून : प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं में इस बार सबसे ज्यादा 640 लोगों ने जहां अपनी जान गंवाई वहीं 1108 लोग इस तरह की दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं। जबकि राज्य में इस साल जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक 848 दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन दुर्घटनाओं में टनकपुर बस दुर्घटना, उत्तरकाशी की बस दुर्घटना तथा बीते दिन जोशीमठ केपास हुई बस दुर्घटनाएं शामिल नहीं है। आये दिन हो रही सडक़ दुर्घटनाओ ंसे सरकार परेशानी में हैं। लेकिन दुर्घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं।
पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल बीते सालो ंकी अपेक्षा सबसे ज्यादा सडक़ दुर्घटनाएं हुई हैं। इस साल 848 सडक़ दुर्घटनाओं में 640 लोग बीते एक जनवरी 2008 से 15 जुलाई 2008 तक मारे जा चुके हैं। इसमें 1108 लोग घायल हुए हैं। इनमें 828 दुर्घटनाएं तेजी तथा लापरवाही से वाहन चलाने के कारण 10 दुर्घटनाएं वाहनों की खराबी के कारण, एक दुर्घटना शराब के सेवन के कारण,एक दुर्घटना कोहरे व खराब मौसम के कारण तथा आठ दुर्घटनाएं अन्य कारणों से बताई गई हैं। वर्ष 2007 में 867 दुर्घटनाएं हुई थी इसमें 509 लोग मरे थे तथा 1114 लोग घायल हुए थे। जबकि वर्ष 2006 में 778 दुर्घटनाएं हुई थी जिसमें 550 लोग मारे गए थे तथा 1078 लोग घायल हुए थे। सबसे ज्यादा वाहन 212 सडक़ दुर्घटनाएं देहरादून जिले में तथा सबसे कम बागेश्वर जिले मे दर्ज की गई हैं।
जबकि परिवहन विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस साल अभी तक 73 दुर्घटनाएं सार्वजनिक अथवा व्यवसायिक वाहनों से हुई दर्ज की गई है। जिसमें 253 लोग मारे गए है जबकि 643 लोग घायल हुए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार सार्वजनिक वाहनों में सर्वाधिक 41 चमोली जिले में मरने वालो ंमे रहे। जवकि उधम सिंह नगर जिले में कोई दुर्घटना दर्ज नहीं की गई। सार्वजनिक वाहनों में मरने वालों में दूसरे स्थान पर नैनीताल जिला रहा। यहां की दुर्घटनाओं में 35 लोगों ने अपनी जांन गवांई। जहां तक दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 109 लोग पौंडी जिले के घायल हुए हैं। इन दुर्घटनाओं में 48 दुर्घटनाएं टै क्सी अथवा मैक्सी से बताई गयी है जबकि शेष 29 दुर्घटनाएं बसों के कारण हुई हैं।
राज्य में इस तरह से बढ़ रही सडक़ दुर्घटनाओं से राज्य सरकार परेशानी में हैं जबकि राज्य सरकार ने दुर्घटनाओं को रोकने के तमाम प्रयास किए हैं। लेकिन दुर्घटनाएं हैं कि थमने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं। राज्य सरकार ने दुर्घटनाओं पर चालक केे साथ ही वाहन स्वामी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने का बीते दिनो निर्णय किया था। जिसका वाहन स्वामियों ने विरोध किया है। ऋषिकेश से चार धाम यात्रा का संचालन कर रही संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने अध्यक्ष गंभीर सिंह भंडारी ने सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए हुए कहा कि कौन वाहन स्वामी अपने वाहन दुर्घटना की सोचेगा। उन्होने कहा दुर्घटनाओं के लिए जितनी परेशान सरकार है उससे कई ज्यादा वाहन चालक तथा स्वामी भी चिंतित हैं। उन्होने कहा इसके रोक थाम के लिए सभी को मिल बैठ कर सोचना होगा।

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